पत्नी विज्ञान
एक सफल,सुखद और शांतिपूर्ण वैवाहिक जीवन का राज आज तक राज ही है,और रहेगा भी, क्योकि ये हर व्यक्ति के साथ बदलता है, हर परिस्थिति के साथ बदलता है, मगर जैसे की हर बात से जुड़े कुछ तथ्य होते है जो यूनिवर्सल सच माने जाते है,क्योकि वो अधिकतर परिस्थितियों में सच होते है,ऐसे ही वैवाहिक जीवन से कुछ तथ्य एक" पुरुष " की नजर से,
जिसे मैंने " पत्नी विज्ञान" का नाम दिया है,
पति पत्नी के आपसी मनमुटाव तब तक खत्म नहीं होता जब तक झगड़ा पूरा न कर लिया जाए, आप किसी झगडे को इग्नोर कर के उसे ख़त्म नहीं कर सकते,
हर पत्नी ये चाहती है कि उसका पति खुश रहे मगर इस कंडीशन के साथ की उसकी खुशी का कारण सिर्फ वही हो,वरना आपकी ख़ुशी उसके लिए तकलीफ देह है,
पति पत्नी के संबधो में झूठ आवश्यक है,थोड़ा सा झूठ बोलकर आप कई विवादों का पटाक्षेप कर सकते है,
स्पष्ट वादिता पति पत्नी के सम्बधों में कटुता लाती है, इससे बचे,अगर आपकी पत्नी संज सवर कर आपके सामने आए और पूछ ले की मैं कैसी लग रही हूं तो ये मत बताइये की वो कैसी लग रही है,वो बताइए जो वो सुनना चाहती है,
पत्नी को समझने की कोशिश मत कीजिये,प्यार दीजिये,पत्नियों पर कोई लॉजिक काम नहीं करता,मगर प्यार असर करता है,
आपकी पत्नी आप पर उस बात के लिए भी झगड़ा कर सकती है जिसके बारे में आप कभी सोच भी नहीं सकते,फ्रिज में पानी की बॉटल वापस न भरकर रखने की बात पर भी वो 3 दिन आपसे नाराज रह सकती है,
इस बात को उसको समझाना बंद कर दीजिए की पत्नी के लिए ससुराल और मायके एक सा होता है,
आप जितने भी अच्छे हो अपने पत्नी के जीजा जितने अच्छे नहीं हो सकते,आपकी पत्नी का जीजा (आपका साढू) दुनिया का सबसे पेरफेक्ट इंसान है,
आप पत्नी की ये शिकायत कभी दूर नहीं कर सकते की "आप आजकल मुझे पहले जैसा प्यार नहीं करते"
याद रखिए अगर आपका बच्चा कुछ अच्छा करता है तो वो आपकी पत्नी के ऊपर गया है,और अगर कोई बदमाशी कड़ता है तो उसको आपने बिगाड़ा है,
शादी के बाद 1 से 5 साल तक 80% पति पत्नी के विवाद का कारण होता है," मेरी तरफ मुझ करके क्यों नहीं सोते"
पत्नीया अक्सर इस बात को नहीं समझती की एक पति सबसे ज्यादा खुश तब होता है जब पत्नी उसकी नही उसके परिवार के ख़ुशी के लिए काम करती है,
अपनी पत्नी से ज्यादा रोमांस उसको सोचने पर मजबूर करता है कि कंही इनका बाहर कोई चक्कर तो नहीं चल रहा,
अपनी पत्नी से आप बहस में जीत कर आप उसका दिल नहीं जीत सकते,उसको जितने के लिए उससे हारना पड़ता है,
सबसे खास बात,तकलीफे इस लिए है कि हम एक दूसरे से पहुत एक्सपेक्ट करते है एक दूसरे को एडजस्ट नहीं करते,जिस दिन एक दूसरे को वैसे ही एक्सेप्ट कर ले जैसे वो है तो सारी expectation पूरी हो जाएगी,
पत्नी वो है जो हमारे लिए अपना घर बार छोड़ के आयी है,उसकी कदर कीजिये,हम जितना भी एक दूसरे की निंदा कर ले या बुराई कर एक दूसरे के बिना अधूरे है, पत्नी आपकी अर्धांगिनी है मतलब आप के शरीर का आधा हिस्सा और उसको कष्ट पहुचा कर आप सुखी नहीं रह सकते
No comments:
Post a Comment
आपके अमूल्य राय के लिए धन्यवाद,