मुझे फ़िक्र मेरी ख़ुशी की नहीं की मेरे हालात कैसे है
बस तुम खुश नही रहते मुझे अच्छा नहीं लगता,
समेटे है कई गम तुमने इस मुस्कराहट के परदों में,
मगर मुझसे नहीं कहते हो मुझे अच्छा नहीं लगता,
मैं तुम्हारे पास आने के बहाने अक्सर ढूंढता रहता हूं
तुम्हारा दूर जाना यु मुझे अच्छा नहीं लगता,
मेरी चाहत ना भी हो दिल में तो नफरत ही कर लेना
यु अजनबी सा बन जाना मुझे अच्छा नहीं लगता,
जब तुम नहीं होते तो कुछ तनहा सा लगता है
तन्हाई का ये अलाम मुझे अच्छा नहीं लगता,
ये सच है कोई मर नहीं जाता किसी की चाहत में,
बिना जिंदगी के मगर जीवन मुझे अच्छा नहीं लगता,
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