अलग अलग है दुनिया अपनी डिफरेंट अपना फ्यूचर है,
मैं शिशु मंदिर में पढ़ा हुआ और कान्वेंट तुम्हारा कल्चर है,
मैं निम्बू पानी का प्रेमी, तुम चिल्ड बियर की हो शौकीन,
मैं देसी खारी सुहाली सा ,तुम हल्दीराम का हो नमकीन,
तुम मर्सडीज सी चमचमाती कार, मैं पुरानी अम्बासेटर हूँ
तुमको पल्सर की चाहत है और मैं पुराना चेतक स्कूटर हु,
मैं जगजीत सिंग का प्रेमी,तुम यो-यो हनी सिंग की फैन
मै स्याही वाली कलम सा हूँ, तुम हो महँगी पारकर की पेन
मैं फटा- पुराना सिनेमाघर, तुम चमचमाता मल्टीप्लेक्स,
तुम आई फ़ोन सी महँगी और मैं हूँ संस्ता माइक्रोमैक्स,
तुम इंडिया में रहने वाली,और मैं भारत में रहता हूँ
तुम इंग्लिश स्पीकने वाली और मैं हिंदी में कहता हूं
तुम उभरती भाजपा हो,और मैं डूबता कांग्रेस सा,
तुम हो बढ़ती महंगाई सी,और मैं भारत की प्रोग्रेस सा,
मैं गाँव का गबरू जवान ,तुम शहर की ' बेबी' हो,
मैं चौराहे की छोटी माता,तुम शोहरत में वैष्णो देवी हो,
मैं बीएसएनएल का लैंडलाइन,तुम एयरटेल का 4g डाटा पैक,
तुम गूगल की सेफ वेबसाइट,और मैं हर दम होता रहता हैक,
तुम महानगर के सुख-संसाधन,मैं गाँव देहात की मिटटी हूँ
तुम जीमेल से भी तेज गति, मैं डाकघर की धीमी चिठ्ठी हूँ
तुममे और मुझमे इन दूरियों का होना भी बिलकुल लाजमी है,
मैं भोला भाला अमोल पालेकर,तेरी ख्वाहिश इमरान हासमी है,
इतनी बढ़ी ये दुनिया की मैं बिलकुल छिटपुट रह गया,
तुम फसबूक सी फ़ास्ट हुई और मैं बस ऑरकुट रह गया,
मेरी छोटी सी जिंदगी बड़ी हैंग हैंग सी हो गई,
मैं नोकिया बना रहा और तुम सैमसंग सी हो गई
तुम इन्टरनेट की दुनिया में खुश, मैं चौपाल का दीवाना,
मैं टेक्स्ट msg सा अवहेलित,तुम व्हात्सप्प का नया ज़माना
जब से मेरा स्वभाव कुछ देशी सा हो गया ,
तबसे तुम्हारे लिए मैं मैग्गी सा हो गया,
मुझसे बस ये भूल हुई की बिन कूलर,एसी रह गया,
दुनिया सारी वेस्टर्न हो गई और मैं देशी रह गया,
आज बाजार भले ही मिनरल वाटर,और फ्रिज के पानी से सजा है,
मगर दोस्तों,ये बात सच है कि की मटकी के ठन्डे पानी का
अलग ही मजा है!!!
अलग ही मजा है,!!!
अलग ही मजा है!!!
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