Monday, 30 January 2017

पत्नीविज्ञान

पत्नी विज्ञान

एक सफल,सुखद और शांतिपूर्ण वैवाहिक जीवन का राज आज तक राज ही है,और रहेगा भी, क्योकि ये हर व्यक्ति के साथ बदलता है, हर परिस्थिति के साथ बदलता है, मगर जैसे की हर बात से जुड़े कुछ तथ्य होते है जो यूनिवर्सल सच माने जाते है,क्योकि वो अधिकतर परिस्थितियों में सच होते है,ऐसे ही वैवाहिक जीवन  से कुछ तथ्य एक" पुरुष " की नजर से,
जिसे मैंने " पत्नी विज्ञान" का नाम दिया है,

पति पत्नी के आपसी मनमुटाव तब तक खत्म नहीं होता जब तक झगड़ा  पूरा न कर लिया जाए, आप किसी झगडे को इग्नोर कर के उसे ख़त्म नहीं कर सकते,

हर पत्नी ये चाहती है कि उसका पति खुश रहे मगर इस कंडीशन के साथ की उसकी खुशी का कारण सिर्फ वही हो,वरना आपकी ख़ुशी उसके लिए तकलीफ देह है,

पति पत्नी के संबधो में झूठ आवश्यक है,थोड़ा सा झूठ बोलकर आप कई विवादों का पटाक्षेप कर सकते है,

स्पष्ट वादिता पति पत्नी के सम्बधों में कटुता लाती है, इससे बचे,अगर आपकी पत्नी संज सवर कर आपके सामने आए और पूछ ले की मैं कैसी लग रही हूं तो ये मत बताइये की  वो कैसी लग रही है,वो बताइए जो वो सुनना चाहती है,

पत्नी को समझने की कोशिश मत कीजिये,प्यार दीजिये,पत्नियों पर कोई लॉजिक काम नहीं करता,मगर प्यार असर करता है,

आपकी पत्नी आप पर उस बात के लिए भी झगड़ा कर सकती है जिसके बारे में आप कभी सोच भी नहीं सकते,फ्रिज में पानी की बॉटल वापस न भरकर रखने की बात पर भी वो 3 दिन आपसे नाराज रह सकती है,

इस बात को उसको समझाना बंद कर दीजिए की पत्नी के लिए ससुराल और मायके एक सा होता है,

आप जितने भी अच्छे हो अपने पत्नी के जीजा जितने अच्छे नहीं हो सकते,आपकी पत्नी का जीजा (आपका साढू) दुनिया का सबसे पेरफेक्ट इंसान है,

आप पत्नी की ये शिकायत कभी दूर नहीं कर सकते की "आप आजकल मुझे पहले जैसा प्यार नहीं करते"

याद रखिए अगर आपका बच्चा कुछ अच्छा करता है तो वो आपकी पत्नी के ऊपर गया है,और अगर कोई बदमाशी कड़ता है तो उसको आपने बिगाड़ा है,

शादी के बाद 1 से 5 साल तक 80% पति पत्नी के विवाद का कारण होता है," मेरी तरफ मुझ करके क्यों नहीं सोते"

पत्नीया अक्सर इस बात को नहीं समझती की एक पति सबसे ज्यादा खुश तब होता है जब पत्नी उसकी नही उसके परिवार के ख़ुशी के लिए काम करती है,

अपनी पत्नी से ज्यादा रोमांस उसको सोचने पर मजबूर करता है कि कंही इनका बाहर कोई चक्कर तो नहीं चल रहा,

अपनी पत्नी से आप बहस में जीत कर आप उसका दिल नहीं जीत सकते,उसको जितने के लिए उससे हारना पड़ता है,

सबसे खास बात,तकलीफे  इस लिए है कि हम एक दूसरे से पहुत एक्सपेक्ट करते है एक दूसरे को एडजस्ट नहीं करते,जिस दिन एक दूसरे को वैसे ही एक्सेप्ट कर ले जैसे वो है तो सारी expectation पूरी हो जाएगी,
पत्नी वो है जो हमारे लिए अपना घर बार छोड़ के आयी है,उसकी कदर कीजिये,हम जितना भी एक दूसरे की निंदा कर ले या बुराई कर एक दूसरे के बिना अधूरे है, पत्नी आपकी अर्धांगिनी है मतलब आप के शरीर का आधा हिस्सा और उसको कष्ट पहुचा कर आप सुखी नहीं रह सकते

बड़ा लंबा सफर है , फिर भी ज़रा आहिस्ता चल जिंदगी

बड़ा लंबा सफर है, फिर भी जरा आहिस्ता  चल जिंदगी,
मुझे तेरी फिकर है, फिर भी ज़रा आहिस्ता  चल जिंदगी,

कंही कोई अपना छूट न जाए,
कभी कोई अपना रुठ न जाए,
सब को साथ लेना है मुझको
कंही कोई रिश्ता टूट न जाए,
मुझसे इसकी फिकर है, फिर भी ज़रा आहिस्ता चल जिंदगी,

मुझे अपनों को जितना है,अपनों से नहीं,
मुझे उनकी ज्यादा कदर है सपनो की नहीं,
खुसी ख़ुशी की खातिर में अपनों को छोड़ दू
मैं उन झूठे बादरंगो ने से नहीं,
मुझे सबकी कदर है, फिर भी ज़रा आहिस्ता चल जिंदगी,

मेरा मकान की ऊंचाई कुछ कम हो मंजूर है,
मेरा नाम रईसों में शुमार न भी हो तो गम नहीं,
कुछ बेहतरीन पल जो मैंने अपनों के संग बियाये है
वो किसी खजाने से कम नहीं,
ये मुफलिसी हमारे सर है फिर भी ज़रा आहिस्ता चल जिंदगी,

बड़ा लम्बा सफर है फिर भी ज़रा आहिस्ता चल जिंदगी.....

बड़ा लंबा सफर है फिर भी ज़रा आहिस्ता चल जिंदगी

Friday, 20 January 2017

मंच स्थापना दिवस

सभी युवा साथियो को 20 जनवरी,मंच स्थापना दिवस की शुभकामनाये,
मेरी इस कविता के माध्यम से

आज का दिन एक प्रयास का दिन है,
आशाओं का दिन है, विश्वास का दिन है,
युवा शक्ति के संगठन का स्थापना दिवस
एक गर्व के अहसास का दिन है,
देश में 20 प्रान्तों ने हमारी सैकड़ो शाखाये
देश के कोने कोने में जगाती है ये आशाएं
कंही हम रक्त देकर किसी का जीवन बचाते है
कही कृत्रिम अंग लगा कर उनकी खुशियां लौटाते है,
कही आपातकाल में मंच की एम्बुलेंस सहारा है
ऑक्सीजन सेवा ने कितनो का जीवन सवारा है,
कन्या भ्रूण संरक्षण ने न जाने कितनी बेटिया बचाई है
कैंसर जांच से न जाने कितनी जिंदगियां बच पायी है,
गौ माता की सेवा को हमने धर्म माना है
पर्यावरण की सेवा को हमने कर्म मना है
हमने नारी चेतना का अहसास करवाया है
युवाओं की योग्यताओं का हमने विकाश करवाया है,
राष्ट्र की आपदा से हम हमेशा देश के साथ खड़े है,
राष्ट्र के हर विषम परिस्थितियों से हम लड़े है,
सैकड़ो अमृतधारा सदैव प्यारा बुझाने को तत्पर है,
युवा मंच एक समाज सेवा का अवसर है,
आज का दिन हर उस एक के लिए विशिष्ठ है
जिसमे मानवता की भावना है जो सच्चा मंचिष्ठ है,
युवा मंच की गतिविधियां राष्ट्र के उन्नति का हवन है
राष्ट्र की हर संमस्यायो का ये पतन है
देश के सभी युवा साथियो को मेरा नमन है,
मेरे हर युवा साथी के मन मे एक युवा भवन है,

मुस्कुराता हु तो वजह पूछ लेते है लोग

मैं उदास रहता हूं तो किसी को फ़िक्र नहीं होती,
मुस्कुराता हु तो वजह पूछ लेते है लोग...

ऊंचाइयां मिले तो बहुत ख़ास हो जाते है
बस गुमनामी में मुह मोड़ लेते है लोग...

जब दुख आया तो मंदिर में भीड़ उमड़ गयी
सुख में तो खुदा भी बदल लेते है लोग..

कोई सूरज सा चमके तो बहुत चुभता है आंखो में
वो कितना जला है ये भूल जाते है लोग..

मुफलिसी की फटी जेब से सिक्कों के साथ रिश्ते भी खो गए
बस अमीरी में ही ख़ास रिश्ता निभाते है लोग...

खूब खुसिया मिलती है किसी को अल्फाजो के पथ्थर मारकर,
खुद का घर भी तो शीशे का है भूल जाते है लोग....

दिन,सप्ताह,महीने और साल ने लोगो से ही सीखा है बदलना
बस मतलब निकाला की नहीं पल में बदल जाते है लोग,

बड़े हो गए है हम

किसने लिखा पता नही,
मगर आज व्हात्सप्प में ये कविता इंग्लिश में प्राप्त हुई, दिल को छुआ इसने तो इसको हिंदी में रूपांतरित कर आप सभी के पेश कर रहा हु

"लोगो का ध्यान खींचने के लिए जोरो से रोना " पहले
और "लोगो को पता न चले इसलिए छुप छुप के रोना"  अब
और इन सब के बीच  कही  बड़े हो गए है हम,

" छोटी छोटी बात पर किसी से कट्टी हो जाना" पहले
और " छोटी छोटी बातों पर किसी को ब्लॉक कर देना" अब
और इन सब के बीच कही बड़े हो गये है हम

" 2 रूपये में 10 गुपचुप" पहले
और" 10 रूपये 2 गुपचुप "अब
और इन सब के बीच कंही बड़े हो गए है हम

" चलो ग्राउंड में खेलने चले" पहले
और " चलो ऑनलाइन आ जाओ" अब
और इन सब के बीच कही बड़े हो गए है हम

" कंही बाहर खाने की चाहत," पहले
और " घर का बना खाने की चाहत " अब
और इन सब केे बीच कही बड़े हो गए है हम

" ये सोचना की सब कुछ हैप्पी एंडिंग होगा" पहले
और " मान लेना की ऐसा ही होता है" अब
और इन सब के बीच बड़े हो गए है हम,

" अपनी बहन से एक्लेयर्स चॉकलेट छीन लेना" पहले और " अपनी बहन के के लिए साड़ी लाना" अब
और इन सब के बीच बड़े हो गए है हम

" बस 5 मिनतं और मम्मी" पहले
और " मोबाइल में स्नूज बटन दबा देना" अब
और इन सब के बीच बड़े हो गए है हम,

" टूटी पेन्सिल" पहले
"टूटे दिल"अब
और इन सब के बीच बड़े हो गए है हम,

" कुछ पाने के लिए जोर जोर से रोना " पहले
और " कुछ ना मिलने पर चुपचाप मन में रोना" अब
और इन सब के बीच बड़े हो गए है हम,

" हम हमेशा दोस्त रहेंगे कहना" पहले
और " ये जानना की कोई भी हमेसा एक सा नही रहता"अब
और इन सबके बीच बड़े हो गए है हम,

" मैं बड़ा बनाना चाहता हु" पहले
और " मैं फिर से बच्चा बनाना चाहता हु"अब
और इन सबके बीच बड़े हो गए है हम,

" चलो मिल कर प्लान करते है" पहले
और " चलो मिलने का प्लान करते है" अब
और इन सबके बीच बड़े हो गए है हम,

" जल्दी आना" पहले
और " हमेशा इंतेजार करूंगा" अब
और इन सबके बीच बड़े हो गए है हम,

" माता पिता हमारी हर इच्छा पूरी करते थे" पहले
और " हम माँ बाप के सपने पूरा करना" अब
और इन सबके बीच बड़े हो गए है हम,

" सुबह 6 बजे जागना" पहले
और "सुबह 6 बजे सोना " अब
और इन सब के बीच बड़े हो गए है हम,

और जब हम बड़े हो गए है तो धीरे धीरे ये समझ जाते है की हम बदल गए है,हमारी जिंदगी बदल गयी है

Thursday, 19 January 2017

मुझे अच्छा नहीं लगता

मुझे फ़िक्र मेरी ख़ुशी की नहीं की मेरे हालात कैसे है
बस तुम खुश नही रहते मुझे अच्छा नहीं लगता,

समेटे है कई गम तुमने इस मुस्कराहट के परदों में,
मगर मुझसे नहीं कहते हो मुझे अच्छा नहीं लगता,

मैं तुम्हारे पास आने के बहाने अक्सर ढूंढता रहता हूं
तुम्हारा दूर जाना यु मुझे अच्छा नहीं लगता,

मेरी चाहत ना भी हो दिल में तो नफरत ही कर लेना
यु अजनबी सा बन जाना मुझे अच्छा नहीं लगता,

जब तुम नहीं होते तो कुछ तनहा सा लगता है
तन्हाई का ये अलाम मुझे अच्छा नहीं लगता,

ये सच है कोई मर नहीं जाता किसी की चाहत में,
बिना जिंदगी के मगर जीवन मुझे अच्छा नहीं लगता,

कैसी है दुनिया,ये कैसे है लोग

मैं उदास रहता हूं तो किसी को फ़िक्र नहीं होती,
मुस्कुराता हु तो वजह पूछ लेते है लोग...

ऊंचाइयां मिले तो बहुत ख़ास हो जाते है
बस गुमनामी में मुह मोड़ लेते है लोग...

जब दुख आया तो मंदिर में भीड़ उमड़ गयी
सुख में तो खुदा भी बदल लेते है लोग..

कोई सूरज सा चमके तो बहुत चुभता है आंखो में
वो कितना जला है ये भूल जाते है लोग..

मुफलिसी की फटी जेब से सिक्कों के साथ रिश्ते भी खो गए
बस अमीरी में ही ख़ास रिश्ता निभाते है लोग...

खूब खुसिया मिलती है किसी को अल्फाजो के पथ्थर मारकर,
खुद का घर भी तो शीशे का है भूल जाते है लोग....

दिन,सप्ताह,महीने और साल ने लोगो से ही सीखा है बदलना
बस मतलब निकाला की नहीं पल में बदल जाते है लोग,

Saturday, 14 January 2017

क्या है खुशियां

खुशियां क्या है???

सालों बाद अपने किसी पुराने दोस्त से मिलना और ये महसूस करना की वो अभी  भी वैसा ही है..ये है खुशियां!!!

अपने छोटे बच्चे को खेलते देख कर उसमें अपना बचपन ढूढना ,ये है खुशियां!!!

अपने पत्नी के साथ छोटी से नोक झोंक के बाद उनको मना लेना ये है खुशियां!!!

अपने दोस्तों से बेवजह मिल कर कुछ इधर उधर की बतला लेना ये है खुशियां !!!

अपने किसी पुराने क्रश की fb id में बार बार जा कर उसे निहार लेना ये है खुशियां...

अपने पुरानी यादो को फिर से सीने में उतार लेना ये है खुशियां.!!!!

जो मिला है उसको हस के एन्जॉय करना है खुशियां
जो ना मिला उस के लिए दिल को समझा लेना है खुशियां

किसी ख़ास के कंधे में रखकर दो आंसू बहा लेना है खुशियां,
किसी की ख़ुशी में उसके साथ मुस्कुरा लेना है खुशियां

कमी नहीं जिंदगी में उदासियों के वजहों को
फिर भी हर वजह को भुला देना है खुशियां!!!!!

खुशियां आप के आस पास हर दम है...
बस उसे पहचानने की नजर खुद में जगा लेना है खुशियां....

खुश रहिये...

कभी किसी वजह से...
कभी बिना वजह से...

Monday, 9 January 2017

एक कविता मेरी पत्नी की नजर से

अपनी पत्नी को समर्पित ये कविता,
एक पत्नी की नजर से दुनिया को देखने की कोशिश की है..ये लिखने की कोशिश की है कि वो मुझसे क्या कहना चाहती है,

मैं तुम्हारे लिए बाबुल का घर छोड़ के आयी है,
उनसे सारे रिश्ते नाते उनसे तोड़ के आयी हु,

मैं ये नहीं कहती की तुमने मुझे प्यार नहीं दिया
भूल सकू मायको को इतना दुलार नहीं दिया

मगर जो मिल जाए ख्वाहिश उससे ज्यादा की होती है,
बस कभी कभी पूछ लिया करो की तू क्यों रोती है

इतने प्यारे हो तुम की तुम्हारी आदत सी हो गई है,
बस तुम्हे रोज एक बार छू लू ये चाहत सी हो गई है,

कभी कभी घर, बच्चे, चूल्हे चौके से थक सी जाती हूँ
खुद को अकेला सोच कर इस जिंदगी से पक सी जाती हूं

बहुत फ़िक्र होती है जब तुम बस आया कह कर 1 घंटे तक नहीं आते,
अच्छा नहीं लगता जब अपनीं दुःख और तकलीफे मुझे नहीं बताते,

इसलिए सजती सवारती हु की तुम एक झलक निहारोगे
इसलिए रूठती हो तुमसे की की तुम मुझे मनाओगे,

वैसे मेरी दुनिया तुम हो, और तुम्हारा ये संसार है,
तुम्हारा 'सुनती हो" कहना,नयी ऊर्जा का संचार है

मैं बिमार रहु तू बस थोड़ी देर मेरे पास बैठ जाया करो,
मेरी भूख मिट जायेगी बस तुम ठीक से खाया करो,

जब तुम अच्छे दीखते हो तो मुझे बहुत ख़ुशी होती है,
तुम्हारी उदासियाँ मुझे तड़पाती है,बड़ी तकलीफ होती है,

बड़ा अच्छा लगता है जब तुम मेरा बनाया हुआ खाना सराहते हो,
बस कभी कभी जता भी दिया करो की मुझे कितना चाहते हो,

अजनबी थे तुम कभी,मगर भरोसा तुम पर खुद से ज्यादा है
अब तेरे सहारे ही मेरा भविष्य,तू ही मेरा भाग्य निर्माता है,

जो कुछ है बस आज है जिंदगी

ना तख़्त है जिंदगी ,ना ताज है जिंदगी,
बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी,

किसी के हसी से हसी मिलाई जाए
किसी के गम में आंसू बहाया जाए,
किसी से चंद बाते की जाए,
किसी को देखकर मुस्कुराया जाए,
कुछ अपनों के साथ से ख़ास है जिंदगी
बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी

कुछ कड़वी बातो को भुलाया जाए
कुछ अच्छी बातों को दोहराया जाय
किसी से माफ़ी मांग ली जाए
किसी को माफ़ कर दिया जाए
बस एक प्यारा अहसास है जिंदगी
बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी

हर ख्वाब किसी के भी पुरे नहीं होते,
हर खुशियां किसी को नहीं मिलती
जो मिला उस के लिए शुक्रिया कहना
जो ना मिला उसको उसका गम न करना
एक अनसुलझा सा राज है जिंदगी
बस जो कुछ है आज है जिंदगी

जो हासिल है उसकी दिल से कदर करना
जो हासिल नहीं है उसके लिये कमर कसना,
अपनी हर असफलता को सहना
और जितने के लिए लगे रहना,
खुद पर भरोसा और विश्वास है जिंदगी
बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी

कल क्या होगा कोई जानता नहीं,
अपने आप को कोई कम मानता नहीं
कोई राजा रहा हो कोई रंक रहा हो,
मगर खुद को कम कोई आंकता नहीं
अंततः शमशान की एक मुट्ठी राख है जिंदगी
बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी....

बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी....
बस जो कुछ है वो आज है जिंदगी....

जिंदगी को प्रेरित करने वाले कुछ उक्तियाँ

*Some Nice Collections*

*Quote 1 .* जब लोग आपको *Copy* करने लगें तो समझ लेना जिंदगी में *Success* हो रहे हों.

*Quoted 2 .* कमाओ…कमाते रहो और तब तक कमाओ, जब तक महंगी चीज सस्ती न लगने लगे.

*Quote 3 .* जिस व्यक्ति की इच्छा  खत्म, उसकी तरक्की भी खत्म.

*Quote 4 .* यदि *“Plan A”* काम नही कर रहा, तो कोई बात नही *25* और *Letters* बचे हैं उन पर *Try* करों.

*Quote 5 .* जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की.

*Quote 6 .* भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं.

*Quote 7 .* अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती हैं.

*Quote 8 .* कोई भी महान व्यक्ति अवसरों की कमी के बारे में शिकायत नहीं करता.

*Quote 9 .* महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है.

*Quote 10 .* जिस चीज में आपका *Interest* हैं उसे करने का कोई टाईम फिक्स नही होता. चाहे रात के *1* ही क्यों न बजे हो.

*Quote 11 .* अगर आप चाहते हैं कि, कोई चीज अच्छे से हो तो उसे खुद कीजिये.

*Quote 12 .* सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते.

*Quote 13 .* जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं.

*Quote 14 .* जितना कठिन संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी.

*Quote 15 .* यदि लोग आपके लक्ष्य पर *हंस* नहीं रहे हैं तो समझो *आपका लक्ष्य बहुत छोटा हैं.*

*Quote 16 .* विफलता के बारे में चिंता मत करो, आपको बस एक बार ही सही होना हैं.

*Quote 17 .* सबकुछ कुछ नहीं से शुरू हुआ था.

*Quote 18 .* हुनर तो सब में होता हैं फर्क बस इतना होता हैं किसी का *छिप* जाता हैं तो किसी का *छप* जाता हैं.

*Quote 19 .* दूसरों को सुनाने के लिऐ अपनी आवाज ऊँची मत करिऐ, बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाऐं कि आपको सुनने की लोग मिन्नत करें.

*Quote 20 .* अच्छे काम करते रहिये चाहे लोग तारीफ करें या न करें आधी से ज्यादा दुनिया सोती रहती है ‘सूरज’ फिर भी उगता हैं.

*Quote 21 .* पहचान से मिला काम थोडे बहुत समय के लिए रहता हैं लेकिन काम से मिली पहचान उम्रभर रहती हैं.

*Quote 22 .* जिंदगी अगर अपने हिसाब से जीनी हैं तो कभी किसी के *फैन* मत बनो.

*Quote 23 .* जब गलती अपनी हो तो हमसे बडा कोई वकील नही जब गलती दूसरो की हो तो हमसे बडा कोई जज नही.

*Quote 24 .* आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बडी सजा हैं.

*Quote 25 .* कोशिश करना न छोड़े, गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल सकती हैं.

*Quote 26 .* इंतजार करना बंद करो, क्योकिं सही समय कभी नही आता.

*Quote 27 .* जिस दिन आपके *Sign #Autograph* में बदल जाएंगे, उस दिन आप *बड़े आदमी बन जाओगें.*

*Quote 28 .* काम इतनी शांति से करो कि सफलता शोर मचा दे.

*Quote 29 .* तब तक पैसे कमाओ जब तक तुम्हारा बैंक बैलेंस तुम्हारे फोन नंबर की तरह न दिखने लगें.

*Quote 30 .* *अगर एक हारा हुआ इंसान हारने के बाद भी मुस्करा दे तो जीतने वाला भी जीत की खुशी खो देता हैं. ये हैं मुस्कान की ताकत.*

फिर से यादआया गुजरा ज़माना

एक पुरानी कविता..
आज याद आयी...कुछ अभी के हालातों पर एडिटिंग के साथ मेरे सभी  fb मित्रो के लिए...पेश-ए-खिदमत है..

यु तेरे साथ बाते बनाना अच्छा लगा..
यु पुरानी यादो का याद आना अच्छा लगा
अपने दिल का यु हाल बताना अच्छा लगा
वो लड़कपन का बिता ज़माना अच्छा लगा,

चोरी चोरी छुप छुप के तुझसे वो बाते अच्छी लगी
जो बिना झिझक के कह दी जो सारी बातें सच्ची लगी,
वो तेरे इंतज़ार का पल भी कितना अच्छा था..
दो पल का ही सही ये साथ मगर सच्चा था

ये मेरी कमजोरी है कि मेरा दिल पर काबू नहीं होता
बाते वक्त पर खत्म हो जाए तो दिल बेकाबू नहीं होता
जिस फूल को माली अपने दिल से जोड़ लेते है
उस फूल को वो अक्सर शाखों में ही छोड़ देते है..

कुछ फैसले दिल से नहीं दिमाग से किया करते है,
जिन्हें दिल दिया हो उन्हें कभी परेशान नहीं करते है
तुम अपनी दुनिया में खुश रहो, इससे खुशि की और बात क्या है??
तेरी एक ख़ुशी के आगे मेरे लाखों गम की औकात क्या है??

तुम सालों से जुदा थी उसकी आदत हो गयी थी
न जाने इन दो पलो में क्यों तुम से इतनी चाहत हो गई थी
दिल को राहत तो थी और मेरे दिल को सुकून भी था
तुमसे बाते करने का इस दिल को जूनून भी था...

लेकिन वो वक्त जुदा था और ये एक अलग दौर है..
कुछ पल साथ चले हम मगर तुम्हारी मंज़िल कोई और है...

मैं फिर से तुमसे अजनबी बन जाऊंगा
फिर से अपनी अलग दुनिया बसाउंगा..
तुमने मुझे शायद भूल से याद किया होगा
मैं तुम्हे जान बूझ कर भूल जाऊंगा.....

फिर भी शायद दिल के किसी कोने में ये आस रहेगी..
झूठी तसल्ली रहेगी, तुमसे मिलने की प्यास रहेगी
किसी मोड़ पर शायद फिर अपनी मुलाकात हो..
शायद एक भूल और हो तुमसे और अपनी बात हो..

Thursday, 5 January 2017

भारत vs इंडिया

अलग अलग है दुनिया अपनी डिफरेंट अपना फ्यूचर है,
मैं शिशु मंदिर में पढ़ा हुआ और कान्वेंट तुम्हारा कल्चर है,

मैं निम्बू पानी का प्रेमी, तुम चिल्ड बियर की हो शौकीन,
मैं देसी खारी सुहाली सा ,तुम हल्दीराम का हो नमकीन,

तुम मर्सडीज सी चमचमाती कार, मैं पुरानी अम्बासेटर हूँ
तुमको पल्सर की चाहत है और मैं पुराना चेतक स्कूटर हु,

मैं जगजीत सिंग का प्रेमी,तुम यो-यो हनी सिंग की फैन
मै स्याही वाली कलम सा हूँ, तुम हो महँगी पारकर की पेन

मैं फटा- पुराना सिनेमाघर, तुम चमचमाता मल्टीप्लेक्स,
तुम आई फ़ोन सी महँगी और मैं हूँ संस्ता माइक्रोमैक्स,

तुम इंडिया में रहने वाली,और मैं भारत में रहता हूँ
तुम इंग्लिश स्पीकने वाली और मैं हिंदी में कहता हूं

तुम उभरती भाजपा हो,और मैं डूबता कांग्रेस सा,
तुम हो बढ़ती महंगाई सी,और मैं भारत की प्रोग्रेस सा,

मैं गाँव का गबरू जवान ,तुम शहर की ' बेबी' हो,
मैं चौराहे की छोटी माता,तुम शोहरत में वैष्णो देवी हो,

मैं बीएसएनएल का लैंडलाइन,तुम एयरटेल का 4g डाटा पैक,
तुम गूगल की सेफ वेबसाइट,और मैं हर दम होता रहता हैक,

तुम महानगर के सुख-संसाधन,मैं गाँव देहात की मिटटी हूँ
तुम जीमेल से भी तेज गति, मैं डाकघर की धीमी चिठ्ठी हूँ

तुममे और मुझमे इन दूरियों का होना भी बिलकुल लाजमी है,
मैं भोला भाला अमोल पालेकर,तेरी ख्वाहिश इमरान हासमी है,

इतनी बढ़ी ये दुनिया की मैं बिलकुल छिटपुट रह गया,
तुम फसबूक सी फ़ास्ट हुई और मैं बस ऑरकुट रह गया,

मेरी छोटी सी जिंदगी बड़ी हैंग हैंग सी  हो गई,
मैं नोकिया बना रहा और तुम सैमसंग सी हो गई

तुम इन्टरनेट की दुनिया में खुश, मैं चौपाल का दीवाना,
मैं टेक्स्ट msg सा अवहेलित,तुम व्हात्सप्प का नया ज़माना

जब से मेरा स्वभाव कुछ देशी सा हो गया ,
तबसे तुम्हारे लिए मैं मैग्गी सा हो गया,

मुझसे बस ये भूल हुई की बिन कूलर,एसी रह गया,
दुनिया सारी वेस्टर्न हो गई और मैं देशी रह गया,

आज बाजार भले ही मिनरल वाटर,और फ्रिज के पानी से सजा है,
मगर दोस्तों,ये बात सच है कि की मटकी के ठन्डे पानी का
अलग ही मजा है!!!
अलग ही मजा है,!!!
अलग ही मजा है!!!

Wednesday, 4 January 2017

मैं सोशल मीडिया में इतना एक्टिव क्यों हु

मेरे एक मित्र ने मुझसे पूछा की मैं फेसबुक और व्हात्सप्प में इतना एक्टिव क्यों रहता हूं...उसको और इस तरह के जो भी सवाल कई मित्रो के मन में है उनका जवाब लिखने की कोशिश की है....

जब हमारे घर में एक मेहमान आता है तो उसको हमारे घर के सबसे बेहतरीन कमरे में बैठाते है,उसको वो खिलाते है जो हमारे यहाँ सबसे बेहतर और स्वादिष्ट बनाता है,हमारे घर के कमियों को छुपाने के भरकस प्रयास करते है, फटे सोफे पर एक सुंदर सी चद्दर डाल दी जाती है,जो चीजे साधरणतः घर की सुंदरता बिगाड़ती है वो छुपा दी जाती है,  कहने का मतलब ये है कि हम सबको अपना सब से बेहतरीन रूप ही दिखाना चाहते है,ताकि हमारी प्रतिष्ठा हमारा मान ऊँचा रहे,

यही बात हमारी आम जिंदगी के हर पहलु में लागू होती है हम आम जिंदगी में सबको अपने जिंदगी का  सबसे बेहतरीन तरफ ही दिखाना चाहते है ताकि हमारा प्रभाव बना रहे, हर किसी में कुछ न कुछ खासियत होती है, कोई अच्छा गा सकता है कोई अच्छा नाच सकता है, कोई अच्छा बोल सकता है और हर कोई एक मंच ढूढता है अपनी इस खासियत को दिखाने की, और मौका मिलने पर कोउ नहीं छोड़ता,

मैं प्रारम्भ से ही एक साधारण और औसत दर्जे का इंसान रहा हु जिसमे कोई स्पेशलिटी नहीं थी, मगर बदलते समय के साथ मुझे ये एहसास हुआ की शायद मैं अपनी भावनाओं को अपने शब्दों में अच्छे व्यक्त कर सकता हूं और अच्छा लिख सकता हूँ, तो मैंने कोशिश की की अपनी इस खासियत को निखारा जाए, अगर मुझ में कुछ अच्छा है  तो उसको दुनिया को दिखाया जाए, और मेरे हिसाब से ये प्रतिभा दिखाने के लिए सोशल मीडिया से बेहतर कोई मंच नहीं है, ये वो मंच है जहां बिना किसी को ज्यादा परेशान किये मैं अपना ये स्वार्थ सिद्ध करता हूं,

ये एक कोशिश  है अपने आप को दुनिया के भीड़ से अलग करने की, ये सच है कि फूल में सुगंध ही तो तो महक फ़ैल ही जाती है मगर  उसके लिए भी हवा का होना आवश्यक है, और ये सोशल मीडिया मेरे इस खासियत के लिए हवा का काम करता है,

और मैं काफी खुश हूं कि इसकी वजह से मुझे कुछ अलग पहचान भी मिली  है..
आशा है आप सभी के सह्ययोग से मेरी ये पहचान और प्रखर हो

आप सभी के अभी तक के उत्साह वर्धन का बहुत बहुत आभार