Saturday, 19 August 2017

लाइफ मंत्रा: आपने अपने आप को आखरी बार कब फॉर्मेट किया था

मैं एक सोशल मीडिया में एक्टिव व्यक्ति हु और अपने मोबाइल का बहुत ज्यादा उपयोग करता हूं,इसके अलावा व्यापार कार्य के लिए भी इंटरनेट,ईमेल,और फ़ोन के लिए मोबाइल का लगातार उपयोग करता हु,पिछले कुछ दिनों से में ये महसूस कर रहा था कि मेरा मोबाइल बहुत स्लो हो गया है,और मैं इसे ठीक से उपयोग नही कर पर रहा हु जिससे मुझे काफी असुविधा हो रही थी,मैंने मेकेनिक को दिखाया तो उसने कहा कि आपके मोबाइल में जंक फ़ाइल,और कई मेमोरीज बहुत बढ़ गयी है,कई अनचाही फ़ाइलो ने बहुत जगह ले ली है इसलिए आपका मोबाइल स्लो हो गया है,क्योकि इंटरनेट के चलते कई फ़ाइल अपने आप मोबाइल में डाउनलोड हो जाती है,कई फ़ाइल आहि डाउनलोड होनेके राह जाती है,जो कि टेमपिरारी फ़ाइल के रूप में मोबाइल का स्पेस खाती है,मैने इसका इलाज पूछा तो बताया कि आप  अपने मोबाइल को फॉर्मेट करवा लीजिये तो इससे ठीक हो जाएगा,और उसके बाद वापस आपके मोबाइल की गति पहले जैसे हो जाएगी,

मैंने मेकेनिक से पूछा कि ये ये फॉर्मेट क्या होता है तो उसने बताया कि फॉर्मेट में हम जो जरूरी चीजे है उसका बैकअप ले कर बाकी सब डिलीट कर देते है और फिर कंपनी सेटिंग को रीस्टोर करके आपके बैकअप से जो जरूरी चीजें वापस फ़ोन में डाल देते है जिससे फ़ोन से अनवांटेड डेटा,जंक फ़ाइल, टेम्पररी फ़ाइल, वायरस और सब परेशानियां दूर हो जाती है, फ़ोन की मेमोरी फ्री हो जाती है,और हमारे मोबाइल की कार्यक्षमता बढ़ जाती है,और इसकी गति भी बढ़ जाती है,

काफी कुछ ऐसा ही हमारी जिंदगी में हमारे साथ भी है,हम अक्सर एक नियमित अंतराल में ये महसूस करते है कि हमारी कार्यक्षमता कम हो गयी है, हमारा उत्साह कम हो जाता है,हम अपने आप को डिप्रेस्ड महसूस करते है वो इसलिए होता है क्योंकि हम समय समय पर अपने आप को फॉर्मेट नही करते, हमे समय समय पर अपने आप को फॉर्मेट करते रहने की आवश्यकता है,

जैसे मोबाइल का इंटरनेट से जुड़े होना उसकी कार्यक्षमता बढ़ता है,और फ़ोन ढंग सेकाम करे इसके लिए जरूरी है वैसे ही हमारा भी सामाज से जुड़े रहना जरुरी है,जहां ये हमारी कार्यक्षमता बढ़ता है वंही के बार हमारे न चाहते हुए भी कई ऐसे लोगो के कमेंट या व्यवहार हमारे मन मे घर  कर लेते है जो कि अनवांटेड होते है,और हम उन्हें अपने दिल में कोई काम न होते हुए भी स्टोर कर लेते है
जो कि सीधे हमारी कार्यक्षमता को कम करता है,कई बार गल्फहमियो के वॉयरस अपने किसी खास औए प्यारे इंसान के साथ हमें रहने से रोक देते है,कई बार हैम इसलिए वायरस के शिकार हो जाते है कि क्योकि हमने खुद को अपडेट नही किया होता,

इन सब मुश्किलो से बचने का एक ही तरीका है कि समय समय पर अपने आप को आत्मचिंतन कर के फॉर्मेट करते रहे,गलत फहमियों के वायरस को डिलीट कर,अपने आस पास केलोगों द्वारा दिये गए अनवांटेड कमेंट को इग्नोर करे,खुद को समय समय पर लोगो से मिल जुल कर उपडेटेड रखे,लेकिन इसमें भी एक बात हमेशा याद रखने की जरूरत है की मोबाइल में कुछ प्रोग्राम ऐसे होते है जो मोबीइल के लिए डिफ़ॉल्ट होते है ये भले ही बहुत स्पेस लेते है मगर जिनके बिना मोबाइल चल नही सकता कभी उनको डिलीट करने की मत सोहिये,हमेशा उनका बैकअप रखिये और उन्हें रिस्टोर करिये,

अपने मातापिता  अपने दोस्त यार एंटीवायरस की तरह होते है जैसे एंटीवायरस किसी भी एप्प या प्रिग्राम को मोबाइल में में लोड होने से पहले उसे जांचते है कि कंही उनमे कोई वायरस तो नही,कंही व्व मोबाइल के लये हानिकारक तो नही,इससे आप को चिड़चिड़ापन तो होता है क्योकिनये कुछ अतिरिक्त समय लेता है मगर आपके मोबाइल  को आगे केलिए सिक्योर भी करता है,वैसे ही मातापिता ,सही दोस्त यार,वैलविशेर कि बाते भी एंटीवायरस है जो क्षणिक तौर पर हमें चिड़चिड़ा  बनाती है मगर हमारी आने वाली जिंदगी को सेक्योर करती है,

आपके जिंदगी में आपका ऑपरेटिंग सिस्टम हमेशा सही ढंग से काम करे और स्मूथली काम करे,एक अच्छी स्पीड से काम करे इसके लिए अपने आप को नितमित अंतराल आत्मचिंतन से फॉर्मेट करते रहे,आपकी कार्यक्षमता बनींरहेगी,

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