Friday, 17 May 2019

लाइफ मंत्रा: नौकर नही मालिक बनना सीखिये

लाइफ मंत्रा: नौकर नही मालिक बनना सीखिये

दो दोस्त थे,दोनो एक ही कंपनी में एक ही पद में कार्यरत थे,एक ही समय मे उन्होंने नौकरी से vrs (स्वैच्छिक रिटायरमेंट) लिया और अपना काम शुरू किया,10 साल बाद तक पहला व्यक्ति एक बहुत बड़ी कंपनी का मालिक बन चुका था,और दूसरा कई बार व्यापार में फैल हो कर फिर नौकरी की तलाश में घूम रहा था, और नौकरी की तलाश में ही वो पहले व्यक्ति के आफिस में आया और ये देखकर बड़ा हैरान हुआ कि कैसे 10 साल पहले उसके साथ काम करने वाला एक कलीग एक 200 करोड़ की टर्नओवर वाली कंपनी का मालिक है,पहले व्यक्ति ने भी अपनी पुरानी जानपहचान के हवाले से दूसरे व्यक्ति को काम पर रख लिया,

कुछ दिनों बाद दोनों की फिर से मुलाकात हुई,आपस मे पुरानी यादें ताजा हुई तो दूसरे ने पहले से पूछा कि हम दोनों ने एक साथ काम किया,एक साथ काम छोड़ा,लेकिन किस्मत की बात थी तो आज मालिक बन गया और में कल भी नौकर था और आज भी नौकर हु,

पहले व्यक्ति ने समझाया,सुन- दोनो  ने एक साथ काम किया और काम छोड़ा ,तू कल भी नौकर था,आज भी नौकर है,तुझे एक किस्सा याद दिलाता हूं जब हम दोनो अपने कंपनी केएक ही कमरे में रहते थे,हम अपने कमरो से खाने के लिए मेस जा रहे थे,और अचानक मेस पहुचने के बाद मुझे याद आया कि हम अपने का लाइट और पंखा चालू छोड़ आये,तब मैंने कहा कि चलो बंद कर आते है,तो तूने कहा - छोड़ न यार,क्या लाइट पंखा बंद करने के लिए अब चौथे माले पर जाएगा,कंपनी का तो बिल आ रहा है अपना क्या जा रहा है?? तब तू नही गया मैं गया था,पंखा और लाइट बंद करके आया था,
"तू तब भी नौकर था तू आज भी नौकर है *मैं तब भी मालिक था,मैं आज भी मालिक हु "

बस यही फर्क है मालिक और नौकर वाले नजरिये में,जब आप अपने काम के प्रति ईमानदार और समर्पित हो जाते है तब आप नौकर नही रहते मालिक बन जाते है,मालिक बनना मतलब सिर्फ साधनो का उपयोग करना नही है उन पर अधिकार जताना नही है बल्कि साधनो के प्रति अपना कर्तव्य पूरा करना है,मालिक बनने के लिए चीजो पर अधिकार जमाने से पहले उनके प्रति अपना अधिकार जताना नही पहले उसके लायक बनना एवं उसके प्रति अपना कर्तव्य पूरा करना है,जब तक आप अपने आप में मालिक वाली जिम्मेदारी पैदा नही नही  करेंगे आप  मालिक नही बन पाएंगे,आप के पास सौ बहाने हो सकते है अपने काम से अपने जिम्मेदारियों से भागने के,लेकिन इसके बाजजुद जब आप अपने जिम्मेदारियों को पूरा करते है तब आप मालिक बनते है,जब आप अपनी नौकरी बचाने के लिए नही बल्कि अपनी जिम्मेदारियां निभाने के लिए काम करते है तब मालिक बनते है,जब आप अपने काम के प्रति अपनत्व जगाते है तब आप अपने मालिक बनते है,

तो आज ही बहाने छोड़िये,मालिक बनना है तो जिमेदारिया पूरा करना सीखिये,

विकाश खेमका

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