Friday, 15 December 2017

लाइफ मंत्रा : सादगी है सदा के लिए,सादा जीवन उच्च विचार

लाइफ मंत्रा : सादगी है सदा के लिए,सादा जीवन उच्च विचार

आरएसएस का नाम लेते ही अधिकतर लोगों के मन मे एक कट्टर हिंदूवादी संगठन की छवि उभरती है लेकिन जो लोग आरएसएस से जुड़े है वो जानते है कि आरएसएस क्या है,कैसे कार्य करता है,कैसे बिना किसी विज्ञापन के और ढकोसलों के एक संगठन लगभग 90 वर्षो से निरंतर कार्यरत है,और आज विश्व मे सबसे बड़े स्वयं सेवक समूह में।रूप में जाना जाता है,जिसके पूरे देश- विदेश में 50 लाख कार्यकर्ता है,

आरएसएस की कई खासियत है लेकिन यह जिस खासियत की कि चर्चा मैं करना चाहता हु वो है सादगी,जो लोग आरएसएस से जुड़े है वो जानते है कि शाखा का मूल सादा जीवन उच्च विचार है,एक सादगी भरी जीवन शैली के कारण ही आम से लेकर खास लोग निरंतर शाखा से जुड़े है,अनुशाशन, समय प्रबंधन,नियम,संम्मान,समानभाव जैसे कई बातें जिसे आज की युवा पीढ़ी महत्व नही देती शाखा का आधार यही सभी छोटी छोटी चीजे है जो असल मे छोटी नही है,यही बाते हमारे जीवन का भी आधार है,

आज कल भौतिकतावाद के युग मे हमने अपनी इच्छाओं को इतना बढ़ा लिया है किहम दुखी हो गए है,सादगी से रहना हमे शर्मनाक लगता है, सादगी हमे साधारण लगती है लेकिन ये एक असाधारण चीज है,हम हमेशा कुछ तड़क भड़क वाली चीजें चाहते है लेकिन ये सिर्फ क्षण भंगुर है, असल मे हम वापस सादगी की और लौट आते है,पानी का गुण धर्म शीतल रहना है ,पानी को आप कितना भी उबाल लीजिये लेकिन जब आप उसको उबालना छोड़ देते है तो धीरे धीरे व्व वापस अपने साधारण तापमान में आजता है ठंडा हो जाता है, ऐसे है हम जितने भी आडम्बर कर ले हम फिर सादगी की और वापस आते है,

पहनने के लिए जितने भी महंगे परिधान हो हम अपने हल्की टीशर्ट और बरमूडा में ही आराम पाते है,महंगे से महँगे जुतेहो हमारे पास मगर उनमे स्लीपर जैसा आराम नही, हमारी पसंदीदा डिस चाहे पनीर हो या छोले,सादे दाल चावल रोटी ही हमारा दैनिक खाद्य है,चाहे हमारे पास मर्सडीज हो या फरारी पैदल चहलकदमी करने जैसा मजा किसी मे नही है,बड़े से बड़े होटल और फन पार्क में आप जितने भी पल बिता ले आपको जो संतुष्टि अकेले आप से बाते कर के मिलेगी वो कंही नही मिलेगी,

असल मे हमे बहुत कुछ नही चाहिये,हमने सिर्फ अपनी बढ़ी हुई इच्छाओं के चलते अपने समस्यायों को बढ़ा लिया है,उन चीजों की खातिर जो हमे नही चाहिये उनका मजा भी नही ले पाते जो हमारे पास है,सादगी हमारे कई समस्यायों का हल है,सादगी से रहिये,मस्त रहिये,क्योकि सादगी है सदा के लिए,मन तो बीच समुंदर में खड़े जहाज के पंछी की तरह है जो रोज इच्छाओं के अनंत आकाश मे उड़ता है और दूर दूर तक समुंदर देख कर वापस जहाज में आ जाता है, आचार, विचार,व्यवहार,में सादगी लाइये देखिए खुद महसूस कीजिये कि  कई समस्याएं खुद ब खुद खत्म हो जाएगी क्योकि वो कभी थी ही नही बल्कि हमारी भौतिकता के कारण हमने खुद ही बनाई थी,तो कोशिश कीजिये कि सादगी पसनद बने क्योकि जरूरते तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है,

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