मेरी नयी कविता,
*नहीं देनी चाहिए*
अन्धो को दूरबीन,
बहरे को रेडियो की मशीन,
लंगड़े तो साइकिल,
गंजे को कंघी,
*नहीं देनी चाहिए*
बन्दर के हाथ में उस्तरा,
बच्चे के हाथ में मोबाइल,
दोस्त को नयी गाडी,
पड़ोसन को नयी साडी,
*नही देनी चाहिए*
समझदारो को सलाह,
आतकी को पनाह,
मूर्खो को सम्मान,
पैसे को प्रणाम,
*नह देनी चाहिए*
दोस्तों में कर्ज,
तोहफे में मर्ज,
अनगिनत अधिकार,
और बहुत ज्यादा प्यार,
*नहीं देंना चाहिए*
दोस्ती में धोका,
बोलने का मौक़ा,
बुरे लोगो का साथ
गलत काम में हाथ,
*नहीं देना चाहिए*
बिना जाने ज्ञान,
बिना मागे सहयोग,
बिना पानी खाना,
और गरीब को खजाना,
*नहीं देना चाहिए*
धन्यवाद
विकाश खेमका
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