Monday, 26 January 2015

हमारी देशभक्ति???

सभी साथियो को 66 तम गणतंत्र दिवस की हार्दिक सुभकामनाये

मित्रो

आज से 65 वर्ष पूर्व इस हमारे इस भारत देश में संविधान
लागु हुआ था,1948 में आजदी मिलने के बाद भारत
अगर सही मायने में आज लोकतंत्र
बना था,आज के दिन को पालन करने का मूल कारन ये
है की आज आपको हमको एक आम आदमी को अपने
मौलिक अधिकार मिले थे, आज के दिन
सत्ता सही मायने में आम आदमियो के हाथ में
आयी थी,मगर मित्रों जहा अधिकार होता है
वहां कर्तव्य भी होता है,हैम आज अपने अधिकारो पर
हक़ तो याद रहते है, पर अपने कर्तव्य भूल जाते है, उनके
प्रति अपना उतरदायित्व नहीं निभाते, ,सिर्फ 15
अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहरा भर देने से हैम
देसभक्त नहीं ही जाते,हमें देश के विकाश के लिए कुछ
भी योगदान देना है,मै नहीं कहता की हर आदमी देश
के लिए जान दे सकता है,मगर इतना तो कर सकता है
की अपना कचरा ढंग से सही जगह डाल सकता है, हर
आदमी देश के प्रतिनिधित्व के लिए चुनाव नहीं लड़
सकता मगर बिना किसी प्रलोभन के अच्छे
प्रत्याशी को चुन कर आप अपने देश का विकाश में
सहयोग कर सकते है,
मैं ये नहीं कहता की देशके लिए
अपनी सारी पूंजी दान दे दीजिये ,
मगर किसी एक जरुरत मंद की मदद तो आप कर ही सकते
है,
आप का एक छोटा सा सहयोग बहुत बड़ा परवर्तन
ला सकता है,
125 करोड़ की आबादी वाले देश में अगर सब सिर्फ 1
रूपए कई भी मदद करे तो देश को बदल देने
का माद्दा रखते है,
बस इतना कहना है की तिरगे के प्रति जो सम्मान 15
अगस्त और 26 जन को उमड़ता है उसे साल के
बाकी 363 दिन भी बनाये रखे,
झंडा ऊँचा बड़े बड़े खुटे में लगा के फहराने से नहीं ,अपने
दिल में बसाने से होगा,
जय हिन्द,जय भारत,

मेरी और भी विषयो पर मेरे विचार पढ़ने के लिए लोग इन करे http://vikashkhemka.blogspot.com

No comments:

Post a Comment

आपके अमूल्य राय के लिए धन्यवाद,