Tuesday, 15 April 2014

drive for happyness not for death




प्रिय मित्रो ,
कृपया कुछ समय निकल कर अवस्य पढ़े .....
शायद कुछ बाते किसी का जीवन बचा ले
कल फिर एक खबर सुनी की बेलपाड़ा के पास कार एक्सीडेंट में १ आदमी की मौत हो गई , परसों ही पूंजी पत्थर के पास एक एक्सीडेंट में एक ही परिवार के तीन लोगो की मौत हो गई ...
आखिर ये सब क्यों हो रहा है ?????
जब रस्ते खराब थे तो हम एक्सीडेंट्स के लिए रास्तो को दोष देते थे मगर उस समय एक्सीडेंट में मरने वालो की संख्या आज के मुकाबले बहुत काम थी ,अवस्य गाडियों की संख्या बढ़ी है मगर एक्सीडेंट उस से ज्यादा बढे है इसका कारण क्या है ,
ये जन कर आपको आश्चर्य होगा की हर साल भारत में जितने लोग विभिन्न प्रकार की बीमारी से
मरते है उससे कंही ज्यादा लोग सिर्फ एक्सीडेंट में मरते है
गलती किसकी है ????
मई मानता हु की गाडी एक तकनिकी चीज है जो कंही भी ख़राब हो सकती है और एक्सीडेंट्स का कारण बन सकती है ...
मगर शोध से पता चला है की एक्सीडेंट्स का मुख्या कारण लापरवाह ड्राइविंग और नियमो की अनदेखी है ,उदहारण के तौर पर दुर्घटनाओ में होने वाली ४०% मौत ड्राईवर के सीट बेल्ट न पहनने के कारण होती है ...
कई छोटे छोटे नियम अगर हम थोडा ध्यान दे के पालन करे तो हम ५०% से ज्यादा दुर्घटना रोक सकते है ..
१.बाइक चलते समय हेल मेट का उपयोग
२. कार चलते समय सीट बेल्ट का उपयोग
३.गाड़ी का सही रख रखाव (खास कर क्लच और ब्रेक )
४.हमेशा दाये चलाना
५.गाडी चलते समय मोबाइल का उपयोग ना करे
६.शराब या अन्य किसी प्रकार का नशा कर के गाडी न चलाये
७.ज्यादा तेज गाडी न चलाये
और ऐसे बहुत छोटी छोटी बाते है जिसे ध्यान में रख कर हम अपना और लोगो का जीवन सुरखित कर रखते है
याद रखिये
"donate blood but not on road "

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